नई दिल्ली, 25 दिसंबर || एक बड़ी सफलता में, अमेरिकी शोधकर्ताओं ने जानवरों पर हुई स्टडी में पाया है कि अल्ज़ाइमर रोग को ठीक किया जा सकता है। यह उन पिछली स्टडीज़ को चुनौती देता है जो एक सदी से ज़्यादा समय से इस न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी को लाइलाज मानती थीं।
जर्नल सेल रिपोर्ट्स मेडिसिन में पब्लिश हुई नई स्टडी, जो अलग-अलग प्रीक्लिनिकल चूहों के मॉडल और इंसानी अल्ज़ाइमर दिमाग पर आधारित है, ने दिखाया कि सही NAD+ संतुलन बनाए रखने से बीमारी को रोका जा सकता है और यहाँ तक कि ठीक भी किया जा सकता है।
NAD+ एक मुख्य सेलुलर एनर्जी मॉलिक्यूल है और अल्ज़ाइमर का एक बड़ा कारण है।
टीम ने यह भी दिखाया कि अल्ज़ाइमर वाले लोगों के दिमाग में NAD+ में गिरावट और भी ज़्यादा गंभीर होती है, और यह बीमारी के चूहे मॉडल में भी होता है।
यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स के हैरिंगटन डिस्कवरी इंस्टीट्यूट में ब्रेन हेल्थ मेडिसिन सेंटर के डायरेक्टर और स्टडी के सीनियर लेखक एंड्रयू ए. पाइपर ने कहा, "हम अपने नतीजों से बहुत उत्साहित और प्रोत्साहित थे।"