मुंबई, 25 दिसंबर || एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय प्राइमरी मार्केट ने पिछले दो सालों में 701 IPOs के ज़रिए लगभग 3.8 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो 2019 और 2023 के बीच 629 IPOs के ज़रिए जुटाए गए 3.2 लाख करोड़ रुपये से काफी ज़्यादा है।
मोतीलाल ओसवाल द्वारा संकलित डेटा से पता चलता है कि ये आंकड़े बताते हैं कि भारतीय इक्विटी में निवेशकों के बढ़ते भरोसे के कारण IPO मार्केट आकार और दायरे दोनों में कितनी तेज़ी से बढ़ा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2025 भी मार्केट के लिए एक और शानदार साल रहा है। अब तक, 365 से ज़्यादा IPOs ने लगभग 1.95 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो 2024 में 336 IPOs के ज़रिए जुटाए गए 1.90 लाख करोड़ रुपये के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया है।
मेनबोर्ड ने फंड जुटाने में अपना दबदबा बनाए रखा, 2025 में जुटाई गई कुल राशि में लगभग 94 प्रतिशत का योगदान दिया, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग अपरिवर्तित है।
पिछले दो सालों में, अकेले मेनबोर्ड IPOs ने सिर्फ़ 198 कंपनियों से लगभग 3.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिससे पता चलता है कि बड़े इश्यू अभी भी मज़बूत मांग को आकर्षित कर रहे हैं।
इसी समय, रिपोर्ट में कहा गया है कि लिस्टिंग की संख्या के मामले में SME सेगमेंट भी बहुत सक्रिय रहा है।