नई दिल्ली, 25 दिसंबर || गुरुवार को जारी इंडस्ट्री डेटा के अनुसार, अनुकूल बेस इफ़ेक्ट और US और EU को शिपमेंट में तेज़ी से बढ़ोतरी के कारण नवंबर में भारत ने इस वित्तीय वर्ष में सबसे ज़्यादा $11.01 बिलियन का इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट किया।
इस साल नवंबर में भारत के दो सबसे बड़े डेस्टिनेशन, US और EU को एक्सपोर्ट में काफ़ी बढ़ोतरी हुई। पिछले दो महीनों में गिरावट के बाद नवंबर में EU को एक्सपोर्ट में 39 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी देखी गई।
EEPC इंडिया के अनुसार, इस साल नवंबर में इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट ने नवंबर 2024 की तुलना में 23.76 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हासिल की, जब शिपमेंट $8.90 बिलियन दर्ज किया गया था।
EEPC इंडिया के चेयरमैन पंकज चड्ढा ने कहा, “इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट ने नवंबर 2025 में मौजूदा वित्तीय वर्ष में पहली बार $11 बिलियन का आंकड़ा पार किया। यह एक्सपोर्ट करने वाले समुदाय के अथक प्रयासों का प्रमाण है, जिसने अक्टूबर 2025 में इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट में 17 प्रतिशत की साल-दर-साल गिरावट से तेज़ी से उबर लिया।”
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट की ग्रोथ स्टोरी वैश्विक व्यापार में सकारात्मक रुझान को दर्शाती है।