नई दिल्ली, 26 दिसंबर || केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को दवाओं की क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए इंडियन फार्माकोपिया कमीशन की प्रगति की समीक्षा की।
IPC द्वारा फार्माकोविजिलेंस मरीज़ों के स्वास्थ्य की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है। यह संस्था घरेलू और ग्लोबल, दोनों बाज़ारों के लिए भारत में बनी दवाओं की क्वालिटी, सुरक्षा और असर को रेगुलेट करती है।
नड्डा ने कहा कि ये कोशिशें देश की बढ़ती वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता का संकेत हैं। मीटिंग का थीम 'फार्मास्युटिकल क्वालिटी और सुरक्षा सुनिश्चित करके विकसित भारत की ओर बढ़ना' था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया, "इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (IPC) की प्रगति की समीक्षा की और फार्माकोपियल स्टैंडर्ड, फार्माकोविजिलेंस सिस्टम और रेगुलेटरी साइंस को मज़बूत करने में इसके लगातार प्रयासों की सराहना की।"
उन्होंने आगे कहा, "IPC भारत के लोगों और ग्लोबल समुदाय के लिए दवाओं की क्वालिटी, सुरक्षा और असर सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाता है। ये प्रयास हमारी बढ़ती वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता को दर्शाते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न के साथ जुड़े हुए हैं।"