नई दिल्ली, 25 दिसंबर || कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी के अनुसार, बड़े पैमाने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षमताएं बनाने के लिए सरकार, इंडस्ट्री, शिक्षा जगत और ट्रेनिंग संस्थानों के बीच गहरे सहयोग की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि सरकार स्किलिंग में इंडस्ट्री की सह-भागीदारी को मज़बूत कर रही है, लचीले लर्निंग तरीकों को बढ़ावा दे रही है, और यह सुनिश्चित कर रही है कि "हमारे ट्रेनिंग सिस्टम असल दुनिया की ज़रूरतों के हिसाब से बने रहें"।
मंत्री ने यहां 'AI के लिए स्किलिंग' पर एक रणनीतिक बैठक के दौरान कहा, "शिक्षा, वोकेशनल ट्रेनिंग और वर्कफोर्स में AI स्किल्स को शामिल करके, हम AI-सक्षम वैश्विक अर्थव्यवस्था में विकसित भारत की नींव रख रहे हैं।"
इस बैठक में 'विकसित भारत' के विज़न को सपोर्ट करने के लिए राष्ट्रीय स्किलिंग रोडमैप में AI को इंटीग्रेट करने पर फोकस किया गया।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने एक मल्टी-स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन बुलाया, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, इंडियाAI मिशन के प्रतिनिधि, इंडस्ट्री लीडर्स, रेगुलेटर, शिक्षा जगत और प्रमुख स्किलिंग इकोसिस्टम पार्टनर भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टैलेंट लैंडस्केप को मज़बूत करने पर चर्चा करने के लिए एक साथ आए।