नई दिल्ली, 13 दिसंबर || एक स्टडी के अनुसार, प्रीडायबिटीज के मरीज जो अपने ब्लड शुगर लेवल को कम करते हैं और बीमारी को ठीक कर लेते हैं, वे गंभीर दिल की समस्याओं की संभावना को लगभग 60 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।
'द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी' जर्नल में पब्लिश रिसर्च में दिखाया गया है कि ब्लड ग्लूकोज को नॉर्मल लेवल पर वापस लाने से - यानी प्रीडायबिटीज को प्रभावी ढंग से ठीक करने से - दिल की बीमारी से मौत या हार्ट फेलियर के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होने का खतरा कम हो जाता है।
जिन लोगों ने प्रीडायबिटीज से छुटकारा पा लिया था, उनमें कार्डियोवैस्कुलर मौत या हार्ट फेलियर के कारण हॉस्पिटल में भर्ती होने का खतरा 58 प्रतिशत कम था। यूके के किंग्स कॉलेज लंदन के रिसर्चर्स ने कहा कि यह असर ग्लूकोज लेवल को नॉर्मल करने के दशकों बाद भी बना रहा, जो ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल करने पर एक स्थायी प्रभाव दिखाता है।
यह नतीजा खासकर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हालिया रिसर्च से पता चला है कि सिर्फ लाइफस्टाइल में बदलाव - जिसमें एक्सरसाइज, वजन कम करना और डाइट में सुधार शामिल हैं - प्रीडायबिटीज वाले लोगों में कार्डियोवैस्कुलर जोखिम को कम नहीं करते हैं।