नई दिल्ली, 12 दिसंबर || थैलेसीमिया के मरीज़ों ने शुक्रवार को संसद में नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन बिल पेश होने का स्वागत किया और सांसदों से इस जीवन बचाने वाले बिल को जल्द से जल्द पास करने की अपील की।
इस महीने की शुरुआत में, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान, नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन बिल, 2025, लोकसभा में सांसद परशोत्तमभाई रूपाला और राज्यसभा में डॉ. अजीत माधवराव गोपचडे ने पेश किया था।
इस बिल का मकसद इंसानी खून और खून के कंपोनेंट्स के कलेक्शन, टेस्टिंग, प्रोसेसिंग, स्टोरेज, डिस्ट्रीब्यूशन, जारी करने और ट्रांसफ्यूजन को रेगुलेट करना है, ताकि स्वास्थ्य सुरक्षा और ट्रांसफ्यूजन से फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम सुनिश्चित की जा सके। इसमें सुरक्षित खून कलेक्शन, ट्रांसफ्यूजन और मैनेजमेंट के लिए राष्ट्रीय मानक स्थापित करने और नियमों का पालन न करने पर जुर्माना लगाने और इससे जुड़े या इससे संबंधित मामलों के लिए भी प्रावधान है।
मुख्य मकसद खून कलेक्शन, प्रोसेसिंग, स्टोरेज और ट्रांसफ्यूजन के लिए राष्ट्रीय मानक तय करने के लिए कानूनी शक्तियों के साथ एक नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन अथॉरिटी स्थापित करना है।