नई दिल्ली, 28 नवंबर || शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी निवेश अक्टूबर 2025 में 5.3 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जो मासिक आधार पर 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि सार्वजनिक इक्विटी (पीआईपीई) में निजी निवेश में दस गुना वृद्धि के कारण हुई है।
अर्नस्ट एंड यंग (ईवाई) और इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) की संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्रवार वित्तीय सेवाओं में 2.9 अरब डॉलर की मजबूत गतिविधि ने इस वृद्धि को बढ़ावा दिया, जिसके बाद ई-कॉमर्स में 71.5 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ।
अक्टूबर में, पीआईपीई सौदे सबसे अधिक 2.1 अरब डॉलर के रहे, जो साल-दर-साल 981 प्रतिशत अधिक थे, जबकि स्टार्टअप निवेश 2 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जो साल-दर-साल 175 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
वित्तीय सेवाओं, ई-कॉमर्स और प्रौद्योगिकी का सामूहिक रूप से मासिक निवेश मूल्य में 77 प्रतिशत योगदान रहा।
ईवाई में प्राइवेट इक्विटी सर्विसेज के पार्टनर और नेशनल लीडर विवेक सोनी ने कहा कि अक्टूबर 2024 में कुल सौदों की संख्या 112 से घटकर अक्टूबर 2025 में 102 हो जाएगी।