नई दिल्ली, 28 नवंबर || दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कई डकैती और हत्या के मामलों में शामिल होने के बाद 25 साल से कानून प्रवर्तन एजेंसियों से बच रहा था।
आरोपी धीरज तोमर उर्फ राज सिंह, दो दशक से भी ज़्यादा समय से नई पहचान बनाकर और अपने परिवार से दूर रहकर गिरफ्तारी से बच रहा था।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, इंस्पेक्टर राकेश कुमार के नेतृत्व में एनडीआर/आर.के. पुरम की एक विशेष टीम ने उत्तर प्रदेश के सिकंदरपुर कलां गाँव से 45 वर्षीय भगोड़े को गिरफ्तार किया।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "क्राइम ब्रांच की एनडीआर/आर.के. पुरम टीम ने पिछले 25 सालों से फरार चल रहे घोषित अपराधी धीरज उर्फ राजसिंह को गिरफ्तार करके एक बड़ी सफलता हासिल की है।"
धीरज, हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, सबूत मिटाने और आपराधिक षडयंत्र से संबंधित धाराओं के तहत न्यू अशोक नगर थाने में दर्ज एफआईआर संख्या 77/2001 में वांछित था। यह मामला 17 मार्च, 2001 का है, जब मयूर विहार फेज III के एक कूड़ेदान में दो लोगों के शव मिले थे। उनमें से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा बच गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसके बाद पुलिस ने व्यापक जाँच शुरू की।