चंडीगढ़, 28 नवंबर || किलोमीटर योजना के तहत निविदाएँ खोलने का विरोध कर रहे कई यूनियन नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के बाद, राज्य के स्वामित्व वाली पंजाब रोडवेज़, पनबस और पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (पीआरटीसी) के संविदा कर्मचारी शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए। इससे राज्य भर में 3,000 से ज़्यादा बसें सड़कों से नदारद रहीं और यात्री परेशान रहे।
दोनों रोडवेज़ के सभी 27 डिपो पर संविदा कर्मचारियों की हड़ताल के कारण लोगों, खासकर महिलाओं को असुविधा का सामना करना पड़ा।
राज्य रोडवेज़ की बसों में महिलाओं का सफ़र मुफ़्त है। पटियाला और संगरूर शहरों में पुलिस और हड़तालियों के बीच झड़प की खबरें हैं।
पटियाला, लुधियाना, जालंधर, मोगा, अमृतसर और फिरोज़पुर सहित कई जगहों पर इस विरोध प्रदर्शन से यात्री प्रभावित हुए। कई यात्रियों ने कहा कि उन्हें अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए निजी बसों या टैक्सियों का विकल्प चुनना पड़ा।
अधिकारियों ने बताया कि अंतर-राज्यीय मार्गों और राज्य के भीतर बस सेवाएँ प्रभावित हुईं। यात्रियों को निजी बसों और टैक्सियों जैसे अन्य परिवहन साधनों से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अधिक पैसे खर्च करने के लिए मजबूर होना पड़ा।