कोलकाता, 27 नवंबर || मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल के कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि कोलकाता और उसके आसपास के विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं के नाम 2002 की मतदाता सूची से मेल नहीं खा रहे हैं।
वर्तमान में, मतदाताओं से एकत्रित विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए गणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण कार्य चल रहा है।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर तक 26 लाख ऐसे मतदाताओं की पहचान की गई है जिनके नाम या उनके माता-पिता के नाम 2002 की मतदाता सूची से मेल नहीं खाते।
कोलकाता पोर्ट, कस्बा, सोनारपुर (दक्षिण), सोनारपुर (उत्तर), बेहाला (पूर्व), बेहाला (पश्चिम), राजारहाट-न्यूटाउन और राजारहाट गोपालपुर जैसे विधानसभा क्षेत्रों में यह संख्या 30,000 से भी ज़्यादा है, और ये सभी कोलकाता और उसके दो निकटवर्ती ज़िलों उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना में फैले हुए हैं।
सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बर्दवान और भारत-बांग्लादेश सीमा से लगे दो ज़िलों नादिया और मुर्शिदाबाद में भी यह संख्या काफ़ी ज़्यादा है।