चंडीगढ़, 23 दिसंबर
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्य प्रवक्ता और विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पंजाब, पंजाबी कल्चर और यहाँ की महान विरासत के प्रति भाजपा की नफरत एक बार फिर सबके सामने आई है।
पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए धालीवाल ने कहा कि भाजपा समय-समय पर अपनी हरकतों से यह साबित करती रही है कि उसके मन में पंजाब की अस्मिता के प्रति रत्ती भर भी सम्मान नहीं है।
इस बार भाजपा ने नीचता की सारी हदें पार कर दी हैं। एक तरफ जहाँ पूरा विश्व 'शहीदी सप्ताह' के आध्यात्मिक माहौल में लीन है और साहिबजादों की लासानी शहादत को नमन कर रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने गुरु साहिबान और साहिबजादों के 'कार्टून' बनाकर एक शर्मनाक पोस्टर जारी किया है। सिख धर्म की मर्यादा में गुरुओं का चित्रण या कार्टून बनाना पूरी तरह वर्जित है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की इस घटिया हरकत ने न केवल सिख सिद्धांतों का उल्लंघन किया है, बल्कि दुनिया भर के सिखों और पंजाबियों के दिलों को गहरी ठेस पहुंचाई है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद से ही हर पंजाबी के मन में भारी रोष और गुस्सा है। भाजपा ने जानबूझकर ऐसे पवित्र समय में यह विवाद खड़ा किया है ताकि पंजाब की शांति और भाईचारे को नुकसान पहुंचाया जा सके।
धालीवाल ने इस संवेदनशील मुद्दे पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी) और उनके अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी की चुप्पी पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और हैरान करने वाला है कि जिस समय भाजपा द्वारा यह अपमानजनक पोस्टर जारी किया गया, उसी वक्त एस.जी.पी.सी को इसका कड़ा विरोध करना चाहिए था, लेकिन राजनीतिक साठगांठ के चलते अभी तक उनकी ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
आम आदमी पार्टी भाजपा की इस शर्मनाक और निंदनीय हरकत की पुरजोर निंदा करती है। धालीवाल ने मांग की कि भाजपा की पूरी केंद्रीय और प्रांतीय लीडरशिप अपनी इस गलती के लिए तुरंत और बिना किसी शर्त के दुनिया भर के सिखों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।
उन्होंने अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार और एसजीपीसी से भी अपील की कि वे भाजपा की इस मर्यादा विरोधी हरकत का कड़ा संज्ञान लें। उन्होंने मांग की कि सिखों की सर्वोच्च संस्थाएं इस मामले में मूकदर्शक न बनी रहें और भाजपा के खिलाफ तुरंत सख्त धार्मिक एवं कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में कोई भी हमारी धार्मिक भावनाओं के साथ खेलने की जुर्रत न कर सके।