श्रीनगर, 22 दिसंबर || पिछले 24 घंटों के दौरान कश्मीर घाटी के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से सोमवार को तीन महीने से चले आ रहे सूखे का दौर खत्म हो गया, क्योंकि 40 दिन की कड़ाके की ठंड का मौसम, जिसे स्थानीय रूप से 'चिल्लई कलां' कहा जाता है, एक अच्छी शुरुआत के साथ शुरू हुआ।
गुलमर्ग स्की रिसॉर्ट में पिछले 24 घंटों में लगभग नौ इंच बर्फबारी हुई, जिससे रिसॉर्ट बर्फ की सफेद चादर से ढक गया। स्की करने वाले, क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने वाले और टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग बेसब्री से बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे।
सोनमर्ग और पहलगाम जैसे हिल स्टेशनों पर भी पिछले 24 घंटों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई, जिससे होटल मालिक और टूर और ट्रैवल ऑपरेटर अगले दो-तीन दिनों में पर्यटकों के आने की उम्मीद कर रहे हैं।
किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि लगातार सूखे से न सिर्फ रबी की फसल, बल्कि अगले साल अच्छे फलों के मौसम की उम्मीदें भी खतरे में थीं।
'चिल्लई कलां' के दौरान होने वाली बर्फबारी से पारंपरिक रूप से पहाड़ों में मौजूद सभी बारहमासी पानी के भंडार फिर से भर जाते हैं।