नई दिल्ली, 8 नवंबर || शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आयकर में कटौती और शहरी खपत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जीएसटी 2.0 सुधारों के बावजूद, देश में ग्रामीण खपत शहरी मांग से बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) की रिपोर्ट में कहा गया है कि आय गारंटी योजनाओं, बेहतर वर्षा परिणामों, एनबीएफसी के नेतृत्व वाली ऋण वृद्धि, कम इनपुट लागत और स्थिर एमएसपी के कारण ग्रामीण खपत बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
एमओएफएसएल का आधार अनुमान यह था कि वित्त वर्ष 26 में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.8 प्रतिशत तक पहुँच जाएगी, यदि टैरिफ अनिश्चितताएँ कम होती हैं तो 20-30 आधार अंकों की वृद्धि होगी, और नाममात्र जीडीपी वृद्धि अनुमान 9 प्रतिशत रहेगा।
इसने कहा कि जीएसटी सुधारों के कार्यान्वयन के बाद से और वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही से शहरी खपत में सुधार हुआ है, लेकिन ग्रामीण खपत बेहतर प्रदर्शन कर रही है।