मुंबई, 7 नवंबर || मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद भारत का निजी पूंजीगत व्यय मज़बूत बना हुआ है और देश के चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) में 6.8 प्रतिशत से अधिक की जीडीपी वृद्धि हासिल करने का अनुमान है।
यहाँ एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने दूसरी तिमाही के आँकड़ों के बाद जीडीपी वृद्धि दर में संभावित वृद्धि का संकेत दिया, निजी पूंजीगत व्यय में सुधार और विदेशी निवेश में वृद्धि का हवाला देते हुए।
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि वर्ष के पहले पाँच महीनों में पिछले दो वर्षों की तुलना में शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। नागेश्वरन ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 निजी पूंजीगत व्यय के लिए एक बहुत अच्छा वर्ष रहा है, जिसने मंदी की धारणाओं को झुठलाया है।
नागेश्वरन ने कहा कि निजी पूंजीगत व्यय, जो वित्त वर्ष 24 में कम रहा था, वित्त वर्ष 25 में मजबूती से बढ़ा है, जो दर्शाता है कि निवेश की गति तेज़ हो रही है।