तरनतारन, 8 नवंबर
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पंजाब यूनिवर्सिटी को लेकर केंद्र के अपने पंजाब विरोधी कदम को वापस लेने के फैसले का स्वागत किया है। पार्टी ने इसे पंजाब के लोगों और एकजुट छात्र समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक जीत बताया है। 'आप' पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष अमनशेर सिंह शैरी कलसी ने कहा कि यह जीत हर उस छात्र, संगठन और नागरिक की है, जो यूनिवर्सिटी की अलग पहचान और लोकतांत्रिक चरित्र की रक्षा के लिए खड़ा हुआ।
कलसी ने कहा कि यह सिर्फ पंजाब यूनिवर्सिटी की जीत नहीं है, बल्कि यह पंजाब के सम्मान, हमारे संवैधानिक अधिकारों और संघवाद की भावना की जीत है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अपनी इच्छा पंजाब पर थोपने की कोशिश की, लेकिन हमारे सामूहिक विरोध ने उन्हें लोगों की आवाज़ के आगे झुकने के लिए मजबूर कर दिया।
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी पंजाब और 'आप' के छात्र विंग (ASAP) को इस मुहिम का नेतृत्व करने और यूनिवर्सिटी के मामलों में केंद्र के हस्तक्षेप के प्रयासों के खिलाफ दृढ़ता से खड़े रहने का श्रेय दिया। कलसी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान, 'आप' पंजाब और हमारे छात्र नेताओं ने दिखाया है कि जब पंजाब एकजुट होता है, तो कोई भी उसकी आवाज़ को दबा नहीं सकता। केंद्र का पीछे हटना यह साबित करता है कि सच्चाई और दृढ़ता की हमेशा जीत होती है।
'आप' नेता ने भाजपा की लगातार "पंजाब विरोधी और लोकतंत्र विरोधी मानसिकता" की भी निंदा की और आरोप लगाया कि वह पंजाब की संस्कृति और स्वायत्तता के प्रतीक संस्थानों को खत्म करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा पंजाब के अधिकारों पर बार-बार किए जा रहे हमले, चाहे वह पानी हो, यूनिवर्सिटी हो या शासन, उसकी विभाजनकारी राजनीति को उजागर करते हैं। लेकिन पंजाब के लोगों ने एक बार फिर उन्हें करारा जवाब दिया है।
कलसी ने आंदोलन में भाग लेने वाले सभी छात्रों और संगठनों को दिल से बधाई दी। उन्होंने कहा, "मैं न्याय के लिए खड़ी होने वाली हर युवा आवाज़ को सलाम करता हूं। आपने न केवल पंजाब यूनिवर्सिटी की पहचान बचाई है, बल्कि लोकतंत्र की नींव को भी मजबूत किया है।" उन्होंने पंजाब के अधिकारों और संस्थानों की रक्षा के लिए 'आप' की प्रतिबद्धता को दोहराया। शैरी कलसी ने कहा कि 'आप' पंजाब की आवाज़ को निडर और एकजुट होकर हमेशा उठाती रहेगी।