नई दिल्ली, 20 दिसंबर || बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने इक्विटी कैश सेगमेंट में फ्री ऑर्डर मैसेज पर रोज़ाना ब्रोकर-वाइज़ लिमिट लगाने का प्रस्ताव दिया है -- इस कदम का मकसद पूरे मार्केट में ऑर्डर फ्लो डिसिप्लिन और ऑपरेशनल एफिशिएंसी को बेहतर बनाना है।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्तावित फ्रेमवर्क के तहत, ब्रोकर्स को बिना किसी चार्ज के हर दिन 10 करोड़ तक ऑर्डर मैसेज भेजने की अनुमति होगी। एक्सचेंज ने एक सर्कुलर में कहा कि इस लिमिट से ज़्यादा ऑर्डर फ्लो पर फीस लगेगी।
BSE के अनुसार, वह हर ब्रोकर के कुल डेली ऑर्डर मैसेज को ट्रैक करेगा और अगर संख्या तय लिमिट से ज़्यादा होती है तो चार्ज लगाएगा।
चार्ज हर अतिरिक्त ऑर्डर मैसेज पर 0.0025 रुपये तय किया गया है, जो फ्री लिमिट से ज़्यादा जेनरेट होने वाले हर 10 लाख अतिरिक्त मैसेज के लिए 2.50 रुपये बनता है।
मॉनिटरिंग के मकसद से, BSE इक्विटी कैश सेगमेंट में एक ब्रोकर द्वारा दिए गए सभी प्रकार के ऑर्डर मैसेज को गिनेगा, जिसमें ऑर्डर जोड़ना, बदलना और हटाना शामिल है। ऑड-लॉट ऑर्डर को भी कैलकुलेशन में शामिल किया जाएगा। हालांकि, सेटलमेंट ऑक्शन ऑर्डर को ऑर्डर मैसेज की गिनती से बाहर रखा जाएगा।