श्रीनगर, 20 दिसंबर || जैसा कि मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की थी, शनिवार को कश्मीरी बारिश और बर्फबारी का इंतज़ार कर रहे थे, और 40 दिन की कड़ाके की ठंड का समय जिसे 'चिल्लई कलां' कहा जाता है, वह भी शुरू होने वाला है।
मौसम विभाग ने शनिवार रात से जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाकों में बारिश और ऊंचे इलाकों में हल्की से भारी बर्फबारी का अनुमान लगाया है।
बारामूला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा जिलों के अधिकारियों ने एडवाइजरी जारी कर ऊंचे इलाकों में रहने वाले लोगों से कहा है कि अनुमानित भारी बर्फबारी के दौरान वे अपने घरों से बाहर न निकलें।
बारिश और बर्फबारी से दो महीने से ज़्यादा समय से चल रहे सूखे का दौर खत्म होने की संभावना है, जिससे पूरे जम्मू-कश्मीर में सीने की बीमारियां फैल गई हैं।
लगातार सूखे के कारण हवा में सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (SPM) की मात्रा बढ़ने से हवा में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ गई है।
पल्मोनोलॉजिस्ट ने कहा कि बारिश और बर्फबारी से SPM धुल जाएगा, जिससे क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा।