कोलकाता, 18 दिसंबर || भारत निर्वाचन आयोग (ECI) गुरुवार से पश्चिम बंगाल में ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर दावों और आपत्तियों पर सुनवाई के लिए नोटिस भेजना शुरू करेगा, जिससे 4 नवंबर से शुरू हुए तीन-भाग वाले स्पेशल इंटेंसिव एक्सरसाइज (SIR) के पहले चरण का अंत हो जाएगा।
ड्राफ्ट लिस्ट मंगलवार को पब्लिश की गई थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के ऑफिस के सूत्रों ने बताया कि शुरुआत में, ECI "अनमैप्ड" वोटर्स को नोटिस भेजेगा, जिसका मतलब है कि वे वोटर जिनका 2002 की वोटर लिस्ट से कोई कनेक्शन नहीं है, न तो "सेल्फ-मैपिंग" के ज़रिए और न ही "प्रोजेनी मैपिंग" के ज़रिए।
"सेल्फ-मैपिंग वोटर्स" वे हैं जिनके नाम अक्टूबर 2025 की मौजूदा वोटर लिस्ट और 2002 की लिस्ट दोनों में हैं, जब पश्चिम बंगाल में आखिरी बार ISR किया गया था।
दूसरी ओर, "प्रोजेनी मैपिंग वोटर्स" में वे लोग शामिल हैं जिनके माता-पिता के नाम 2002 की लिस्ट में हैं।
पश्चिम बंगाल में "अनमैप्ड वोटर्स" के रूप में पहचाने गए अनमैप्ड वोटर्स की संख्या अभी 30,59,273 है।