नई दिल्ली, 18 दिसंबर || एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि लुधियाना, पंजाब में स्थित 3,436.56 करोड़ रुपये की 169 अचल संपत्तियों को ED ने ज़ब्त कर लिया है। यह कार्रवाई पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) द्वारा चलाई गई रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट स्कीम की आड़ में किए गए 48,000 करोड़ रुपये के फ्रॉड के सिलसिले में की गई है।
अधिकारी ने बताया कि डायरेक्टरेट ऑफ एनफोर्समेंट (ED), दिल्ली ज़ोनल ऑफिस ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के तहत PACL और अन्य के मामले में चल रही जांच के सिलसिले में इन संपत्तियों को अस्थायी रूप से ज़ब्त किया है।
एक बयान में कहा गया है कि ED ने सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI), बैंक सिक्योरिटीज़ एंड फ्रॉड ब्रांच (BSFC), नई दिल्ली द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर जांच शुरू की। यह FIR भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120-B और 420 के तहत PACL, M/s PGF Ltd., स्वर्गीय निर्मल सिंह भंगू और अन्य के खिलाफ साज़िश और धोखाधड़ी से संबंधित है।
यह मामला PACL द्वारा चलाई गई बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी वाली सामूहिक निवेश योजनाओं से संबंधित है, जिसके ज़रिए कंपनी और उसके सहयोगियों ने भोले-भाले निवेशकों से धोखे से लगभग 48,000 करोड़ रुपये जुटाए और उनका गबन किया।
ED ने कहा कि यह बड़ी रकम अपराध की कमाई (POC) है।