कोलकाता, 15 दिसंबर || पश्चिम बंगाल में चल रहे तीन-स्तरीय स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के पहले चरण के दौरान बूथ-लेवल अधिकारियों (BLO) द्वारा जमा किए गए सही तरह से भरे हुए एन्यूमरेशन फॉर्म में दिए गए डेटा के री-वेरिफिकेशन के भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के फैसले से 3 दिसंबर से 11 दिसंबर तक सिर्फ सात दिनों में लगभग आठ लाख अतिरिक्त वोटर्स को बाहर किए जाने लायक पाया गया है।
एन्यूमरेशन फॉर्म में डेटा का री-वेरिफिकेशन 3 दिसंबर को शुरू हुआ और 11 दिसंबर तक चला, जो एन्यूमरेशन फॉर्म जमा करने और डिजिटाइज़ करने का आखिरी दिन भी था।
चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर (CEO) के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि 3 दिसंबर तक पहचाने गए बाहर किए जाने लायक वोटर्स की कुल संख्या लगभग 50.22 लाख थी, जो 11 दिसंबर को बढ़कर 58.08 लाख हो गई।
3 दिसंबर तक मृत वोटर्स की संख्या लगभग 23 लाख थी, जो 11 दिसंबर को बढ़कर लगभग 24.18 लाख हो गई।
शिफ्ट हुए वोटर्स की संख्या, यानी ऐसे वोटर्स जो स्थायी रूप से दूसरी जगह चले गए हैं, 3 दिसंबर को लगभग 17 लाख थी। यही संख्या 11 दिसंबर तक बढ़कर लगभग 20 लाख हो गई।