नई दिल्ली, 6 दिसंबर || वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू ने कहा है कि भारत मजबूत बुनियादी ढांचे, बुनियादी ढांचे पर आधारित विकास और लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं के बल पर 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नागराजू ने यहाँ एआई और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई) पर एक सम्मेलन में कहा कि पिछला दशक परिवर्तनकारी रहा है और जन धन तथा डीपीआई जैसी पहलों ने वित्तीय समावेशन को 2008 के 21 प्रतिशत से बढ़ाकर आज 80 प्रतिशत से अधिक कर दिया है।
वह राष्ट्रीय स्मार्ट सरकार संस्थान (एनआईएसजी), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और त्रिपुरा के आईटी निदेशालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बोल रहे थे, जिसमें ईवाई ज्ञान भागीदार था।
एमईआईटीवाई के सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि सरकार, निजी क्षेत्र, नागरिक समाज और शिक्षा जगत को भारत के प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र के इष्टतम संचालन के लिए सहयोग करना चाहिए।
यूआईडीएआई के सीईओ और एनआईएसजी के सीईओ भुवनेश कुमार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार एनआईएसजी का मॉडल सरकारी निर्णय लेने की गति को निजी क्षेत्र की खरीद और निगरानी की दक्षता के साथ जोड़ता है।