नई दिल्ली, 2 अक्टूबर || गुरुवार को हुए एक बड़े वैश्विक अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 3.49 करोड़ से ज़्यादा लोग चिकनगुनिया संक्रमण के खतरे में रहते हैं, जिसमें भारत, पाकिस्तान और इंडोनेशिया के साथ-साथ ब्राज़ील सहित दक्षिण एशियाई देशों में सबसे ज़्यादा लोग चिकनगुनिया के खतरे में हैं।
चिकनगुनिया वायरस एक अर्बोवायरस है जो एडीज़ मच्छरों द्वारा फैलता है और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में महामारी का कारण बनता है, जबकि उच्च अक्षांशों में इसका ख़तरा हो सकता है।
लंदन स्कूल ऑफ़ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (LSHTM), यूके, जापान के नागासाकी विश्वविद्यालय और दक्षिण कोरिया के सियोल स्थित अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन संस्थान के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन से पता चला है कि यह ख़तरा मुख्य रूप से दीर्घकालिक विकलांगता के कारण है, जिसमें सबसे कम उम्र (10 वर्ष से कम उम्र) और बुज़ुर्ग (60 वर्ष से अधिक उम्र) दोनों में काफ़ी ज़्यादा है।