श्रीनगर, 19 सितंबर || जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर जेल में बंद जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक के मामले की 'मानवीय दृष्टिकोण' से समीक्षा करने का अनुरोध किया है।
दिलचस्प बात यह है कि महबूबा मुफ़्ती की अमित शाह से यह अपील ऐसे समय में आई है जब मीडिया रिपोर्टों में यासीन मलिक द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय में दिए गए हलफनामे का हवाला देते हुए कहा गया है कि उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कहने पर हथियार छोड़ दिए थे और आतंकवादी नेता हाफ़िज़ सईद से मुलाकात की थी।
मलिक ने अपने हलफनामे में यह भी कहा कि मनमोहन सिंह ने हाफ़िज़ सईद से मुलाकात और अहिंसक अलगाववादी संघर्ष छेड़ने के लिए हथियार छोड़ने के लिए उनका धन्यवाद किया था।
महबूबा मुफ़्ती ने एक्स पर कहा, "मैंने श्री अमित शाह जी को पत्र लिखकर यासीन मलिक के मामले को मानवीय दृष्टिकोण से देखने का अनुरोध किया है। हालाँकि मैं उनकी राजनीतिक विचारधारा से असहमत हूँ, लेकिन हिंसा का त्याग करके राजनीतिक जुड़ाव और अहिंसक असहमति का रास्ता चुनने के उनके साहस को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।"