नई दिल्ली, 10 सितंबर || बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में भारत में सभी वीज़ा आवेदनों में से 82 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा (ई-वीज़ा) के लिए आवेदन किए जाएँगे, जो 2024 में 79 प्रतिशत से ज़्यादा है।
वीज़ा प्रोसेसिंग प्लेटफ़ॉर्म, एटलिस की रिपोर्ट में उन देशों की बढ़ती सूची को दर्शाया गया है जो विस्तृत प्रवास अवधि और वैधता अवधि के साथ भारतीयों को सरलीकृत डिजिटल प्रवेश विकल्प प्रदान कर रहे हैं।
इस वर्ष यूएई, वियतनाम, इंडोनेशिया, हांगकांग और मिस्र भारतीयों के लिए प्रमुख ई-वीज़ा गंतव्य बनकर उभरे हैं।
पिछले एक दशक में ई-वीज़ा को अपनाने में तेज़ी आई है क्योंकि देश प्रवेश को सरल बनाने और भारत से पर्यटन प्रवाह को बढ़ावा देने की आवश्यकता को समझते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बदलाव इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे सरकारें यात्रियों की सुविधा संबंधी अपेक्षाओं के साथ तालमेल बिठा रही हैं और साथ ही सीमा पार अवकाश यात्रा के नए अवसर भी खोल रही हैं।