रायपुर, 17 जून || छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से शुरू होगा, जो राज्य के चल रहे विधायी मामलों में एक महत्वपूर्ण चरण का संकेत है।
18 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी। यह मौजूदा विधानसभा का छठा मानसून सत्र होगा और रायपुर में मौजूदा विधानसभा भवन में आयोजित होने वाला यह आखिरी सत्र होने की उम्मीद है, क्योंकि नवा रायपुर में नया विधान परिसर बनकर तैयार होने वाला है। सत्र के राजनीतिक रूप से गर्म रहने की उम्मीद है, जिसमें सत्ताधारी और विपक्षी दोनों ही दल महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने की तैयारी कर रहे हैं।
विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को कड़ी चुनौती देने की उम्मीद कर रही है, जिसका ध्यान वह 17 महीनों की प्रशासनिक कमियों पर केंद्रित करेगी। कृषि, उर्वरक की कमी, कानून और व्यवस्था की चिंताएं, स्कूलों का युक्तिकरण और कार्यभार संभालने के बाद से सरकार के समग्र प्रदर्शन जैसे प्रमुख मुद्दे सत्र के दौरान चर्चा में छाए रहने की संभावना है।
सत्र की तैयारी में विधायकों ने बड़ी संख्या में प्रश्न प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से कई विधानसभा के डिजिटल पोर्टल के माध्यम से दायर किए गए हैं। अधिक डिजिटल प्रारूप में इस बदलाव ने कथित तौर पर विधायी भागीदारी और दक्षता में वृद्धि की है, क्योंकि सदस्य प्रश्न-उत्तर प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।