रायपुर, 6 जून || चल रहे लोन वर्राटू (घर वापस आओ) अभियान से प्रभावित होकर, दो इनामी माओवादियों सहित सात माओवादियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आत्मसमर्पण कर दिया।
हथियार डालने वालों में जुगलू उर्फ सुंदुम कोवासी और दशा उर्फ बुर्कू पोडियाम शामिल हैं, जिन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले ये माओवादी विभिन्न क्षेत्रीय समितियों में सक्रिय रूप से शामिल थे, जो नक्सल बंद के दौरान सड़कें खोदने, पेड़ काटने और बैनर और पोस्टर लगाने जैसी गतिविधियों में भाग लेते थे।
यह आत्मसमर्पण पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, उप महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप और पुलिस अधीक्षक गौरव राय के नेतृत्व में नक्सल उन्मूलन अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है। छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत, अधिकारी इन पूर्व उग्रवादियों को मुख्यधारा के समाज में एकीकृत करने के लिए काम कर रहे हैं। गांव स्तर पर प्रचार-प्रसार सहित व्यापक जागरूकता प्रयासों के परिणामस्वरूप कई माओवादियों ने अपनी उग्रवादी गतिविधियों को त्यागने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि नक्सली विचारधारा की क्रूरता, आंतरिक संघर्ष, शोषण और जंगलों में रहने की कठोर वास्तविकताओं से निराश होकर इन व्यक्तियों ने आत्मसमर्पण करने का विकल्प चुना है।