चंडीगढ़, 13 मई || पंजाब में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है, जिनमें से अधिकतर लोग दिहाड़ी मजदूर हैं और अमृतसर जिले में कई लोगों की हालत गंभीर है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने यहां बताया कि पंजाब पुलिस ने मंगलवार को कहा कि उसने रैकेट के सरगना समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा औद्योगिक उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले घातक रसायन मेथेनॉल के कई वितरक और आपूर्तिकर्ता भी गिरफ्तार किए गए हैं।
सरगना की पहचान साहिब सिंह के रूप में हुई है, जबकि मेथेनॉल के मुख्य आपूर्तिकर्ताओं की पहचान लुधियाना के सुख एन्क्लेव में साहिल केमिकल्स के मालिक पंकज कुमार और अरविंद कुमार के रूप में हुई है।
पुलिस ने स्थानीय वितरक प्रभजीत सिंह और कुलबीर सिंह तथा स्थानीय विक्रेताओं निंदर कौर, साहिब सिंह, गुरजंत सिंह, अरुण उर्फ काला और सिकंदर सिंह उर्फ पप्पू को भी गिरफ्तार किया है। मजीठा उपमंडल के भंगाली, पातालपुरी, मरारी कलां और थेरेवाल गांवों में मौतें हुईं।
राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की और आश्वासन दिया कि सरकार उनके परिवारों की मदद करेगी।
डीजीपी यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि किंगपिन साहिब सिंह द्वारा ऑनलाइन खरीदे जाने के बाद मेथनॉल का इस्तेमाल नकली शराब बनाने के लिए किया गया था।
उन्होंने कहा कि पूरी कार्यप्रणाली का पता लगाने और इसमें शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच चल रही है।