काबुल, 19 दिसंबर || संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, ईरान और पाकिस्तान से 2.17 मिलियन से ज़्यादा अफ़गानों को ज़बरदस्ती निकाला गया है, जिनमें से 60 प्रतिशत से ज़्यादा बच्चे हैं।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान दुनिया के सबसे बड़े विस्थापन और शरणार्थियों के संकट में से एक का सामना कर रहा है, क्योंकि ईरान और पाकिस्तान अफ़गानों को ज़बरदस्ती निकाल रहे हैं।
अफ़ग़ानिस्तान की न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि 9 अक्टूबर तक, पाकिस्तान और ईरान से लगभग 2.17 मिलियन अफ़गान नागरिकों को निकाला गया है, जिनमें से 60 प्रतिशत से ज़्यादा बच्चे हैं, जिससे बाल संरक्षण प्रणालियों, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा पर बोझ पड़ रहा है।
UNDP ने ज़ोर दिया कि अफ़ग़ानिस्तान में युवा और ग्रामीण आबादी कई संकटों का सामना कर रही है। आर्थिक प्रतिबंधों, गरीबी, लैंगिक असमानता और पड़ोसी देशों से शरणार्थियों को निकाले जाने से अफ़ग़ानिस्तान की कमज़ोरी और लंबे समय तक स्थिरता के जोखिम बढ़ गए हैं।
इसने चेतावनी दी कि शरणार्थियों को वापस भेजने से अफ़ग़ानिस्तान के कमज़ोर बुनियादी ढांचे और ज़रूरी सेवाओं पर दबाव पड़ा है, जिसमें आवास, पानी, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा और खाद्य सुरक्षा शामिल हैं, ये ऐसे क्षेत्र हैं जो सालों के संघर्ष और आर्थिक संकट से पहले ही कमज़ोर हो चुके हैं।