नई दिल्ली, 13 दिसंबर || सरकार बिजनेस साइकिल के अलग-अलग चरणों में सभी कैटेगरी और सेक्टर के स्टार्टअप्स को सपोर्ट देने के लिए तीन मुख्य योजनाएं चला रही है — फंड ऑफ फंड्स फॉर स्टार्टअप्स (FFS), स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (SISFS) और क्रेडिट गारंटी स्कीम फॉर स्टार्टअप्स (CGSS)।
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, FFS को वेंचर कैपिटल निवेश को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है और इसे स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) द्वारा चलाया जाता है, जो सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) में रजिस्टर्ड अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स (AIFs) को पूंजी प्रदान करता है, जो बदले में स्टार्टअप्स में निवेश करते हैं।
समर्थित AIFs ने कैलेंडर वर्ष 2020, 2021, 2022, 2023, 2024 और 2025 (31 अक्टूबर तक) में 154 महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स में लगभग 2,838.9 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
SISFS इनक्यूबेटर्स के माध्यम से सीड स्टेज स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। SISFS 1 अप्रैल, 2021 से लागू है।
31 अक्टूबर तक, इस योजना के तहत समर्थित इनक्यूबेटर्स ने 1,635 महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को लगभग 284.79 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी है।