नई दिल्ली, 8 दिसंबर || एक नैदानिक परीक्षण के अंतरिम परिणामों के अनुसार, एक प्रतिरक्षा और कैंसर कोशिका-लक्ष्यित एंटीबॉडी थेरेपी ने जानलेवा रक्त कोशिका कैंसर, मल्टीपल मायलोमा, के अवशिष्ट अंशों को मिटाने की क्षमता दिखाई है।
इस परीक्षण में 18 मरीज़ शामिल थे, जिनका लिनवोसेल्टामैब एंटीबॉडी से छह चक्र तक उपचार किया गया। अमेरिका के ऑरलैंडो में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ हेमेटोलॉजी (एएसएच) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत अध्ययन से पता चला है कि अत्यधिक संवेदनशील परीक्षणों में, किसी भी मरीज़ में कोई बीमारी नहीं पाई गई।
प्रारंभिक सफलता से पता चलता है कि लिनवोसेल्टामैब - एक द्विविशिष्ट एंटीबॉडी - मरीजों को अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण से बचने में मदद कर सकता है, जिसमें तीव्र, उच्च-शक्ति वाली कीमोथेरेपी शामिल होती है।
यह इस बीमारी के खिलाफ मरीजों की संभावनाओं को बेहतर बनाने की दीर्घकालिक क्षमता की ओर भी इशारा करता है।
मियामी विश्वविद्यालय के मिलर स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रमुख शोधकर्ता डिक्रान काजांदजियन ने कहा, "इन रोगियों को आधुनिक और प्रभावी, त्वरित उपचार दिया गया, जिससे उनके ट्यूमर का 90 प्रतिशत हिस्सा समाप्त हो गया।"