सियोल, 6 दिसंबर || दक्षिण कोरिया में भारतीय राजदूत गौरांगलाल दास और कोरिया एयरोस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (KASA) के प्रशासक यून यंगबिन ने शनिवार को अंतरिक्ष सहयोग के क्षेत्रों और दोनों देशों में व्यावसायिक-से-व्यावसायिक (B2B) संबंध बनाने के तरीकों पर चर्चा की।
भारतीय दूत और KASA प्रशासक ने सियोल स्थित भारतीय दूतावास में मुलाकात की और भारत और दक्षिण कोरिया के बीच अंतरिक्ष सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। दूतावास के अनुसार, यह चर्चा KASA और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के बीच हाल ही में हुए समझौता ज्ञापन (MoU) पर आधारित थी।
दोनों पक्षों ने अंतरिक्ष सहयोग के विशिष्ट क्षेत्रों और दोनों देशों के उभरते निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के बीच व्यावसायिक-से-व्यावसायिक (B2B) संबंध बनाने के तरीकों पर चर्चा की। राजदूत ने चौथे NURI रॉकेट के सफल प्रक्षेपण पर KASA को बधाई भी दी।
KASA और ISRO के बीच यह समझौता ज्ञापन अंतरिक्ष परियोजनाओं को संयुक्त रूप से आगे बढ़ाने, विज्ञान और प्रौद्योगिकी अवसंरचना का उपयोग करने और ग्राउंड स्टेशनों का संचालन करने के लिए हस्ताक्षरित किया गया था।