नई दिल्ली, 25 नवंबर || दिल्ली और उसके पड़ोसी शहरों में प्रदूषण की एक परत लगातार बनी हुई है, और वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में बनी हुई है, जिससे निवासियों के स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ बढ़ रही हैं।
वायु गुणवत्ता ट्रैकर aqi.in के अनुसार, मंगलवार सुबह 7:30 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 435 दर्ज किया गया।
राजधानी में पार्टिकुलेट मैटर का स्तर खतरनाक रूप से ऊँचा बना हुआ है। सुबह 7 बजे PM 2.5 की सांद्रता 294 μg/m³ थी, जबकि PM 10 396 μg/m³ तक पहुँच गया। तुलना के लिए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सिफारिश है कि PM 2.5 का 24 घंटे का संपर्क 15 μg/m³ से अधिक नहीं होना चाहिए, और PM 10 का स्तर 45 μg/m³ से नीचे रहना चाहिए, जो वर्तमान प्रदूषण संकट की गंभीरता को दर्शाता है।
एनसीआर के अन्य शहरों में भी स्थिति इसी तरह चिंताजनक रही। सुबह 7:34 बजे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में AQI का स्तर क्रमशः 456 और 455 दर्ज किया गया, जबकि गाजियाबाद में 454 दर्ज किया गया। हरियाणा के फरीदाबाद में 444 और गुरुग्राम में 404 दर्ज किया गया, जो दर्शाता है कि खराब वायु गुणवत्ता पूरे क्षेत्र में फैली हुई है।