नई दिल्ली, 24 नवंबर || राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति सूर्यकांत को भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ दिलाई। हाल की परंपरा से हटकर, मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने ईश्वर का नाम लेते हुए हिंदी में शपथ ली।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, केंद्रीय मंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, तथा भूटान, केन्या, मलेशिया, ब्राज़ील, मॉरीशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश और न्यायाधीश शामिल हुए।
53वें मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति कांत का कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा और वह 9 फरवरी, 2027 को पद छोड़ देंगे।
तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश भूषण आर. गवई द्वारा न्यायमूर्ति कांत को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने की सिफारिश के बाद, 30 अक्टूबर को केंद्र ने देश के सर्वोच्च न्यायिक पद पर न्यायमूर्ति कांत की नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी।