चंडीगढ़, 7 नवंबर || राज्य को नशा मुक्त बनाने के लक्ष्य के साथ, हरियाणा राज्य नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो ने नशा तस्करों के ऑनलाइन नेटवर्क और वित्तीय ढाँचे के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई तेज कर दी है।
शुक्रवार को पाँचवीं द्विमासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए, पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि हरियाणा पुलिस अब अपने अभियानों को केवल नशीले पदार्थों की ज़ब्ती तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि नशीले पदार्थों की तस्करी के स्रोतों, नेटवर्क और वित्तपोषण के माध्यमों को भी ध्वस्त करेगी।
बैठक के दौरान, आने वाले महीनों के लिए कई प्रमुख प्राथमिकताएँ निर्धारित की गईं, जिनमें साइबर और ऑनलाइन नशीले पदार्थों के लेन-देन पर निगरानी बढ़ाना, राज्य और केंद्र स्तर पर अंतर-एजेंसी समन्वय को मज़बूत करना, धन के लेन-देन की विस्तृत जाँच और युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए गाँवों में जन जागरूकता अभियान तेज़ करना शामिल है।
इसके अतिरिक्त, सभी इकाइयों के लिए मासिक प्रदर्शन समीक्षा और प्रोत्साहन-आधारित मूल्यांकन प्रणाली लागू की जाएगी।
जनवरी से अक्टूबर तक, ब्यूरो ने 232 प्राथमिकी दर्ज कीं और 422 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से 63 मामले वाणिज्यिक मात्रा में नशीली दवाओं से संबंधित थे, जो हरियाणा में दर्ज ऐसे सभी मामलों का 16.22 प्रतिशत है।