कोच्चि, 22 मई || मसाला बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 'निर्यात विकास के लिए प्रगतिशील, अभिनव और सहयोगात्मक हस्तक्षेपों के माध्यम से मसाला क्षेत्र में स्थिरता (SPICED)' योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (FPO) को मसालों के उत्पादन, गुणवत्ता और निर्यात को बढ़ाने के लिए मूल्य श्रृंखला में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
इस योजना का उद्देश्य छोटी और बड़ी इलायची की उत्पादकता बढ़ाना, कटाई के बाद की प्रक्रियाओं की गुणवत्ता में सुधार करना और मूल्यवर्धित, जीआई-टैग और जैविक मसालों के उत्पादन और निर्यात को प्रोत्साहित करना है। यह वैश्विक खाद्य सुरक्षा और फाइटोसैनिटरी मानकों के अनुपालन को सक्षम करने और मूल्य श्रृंखला में हितधारकों की क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है।
SPICED योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 मई से शुरू होंगे। मसाला निर्यातक इस योजना के निर्यात विकास और संवर्धन घटकों के तहत 30 जून तक आवेदन कर सकते हैं, जबकि किसान और FPO अन्य श्रेणियों में विकास घटकों के तहत 30 सितंबर तक आवेदन जमा कर सकते हैं।
यह योजना इलायची के बागानों की पुनः रोपाई और कायाकल्प, जल संसाधनों के विकास, सूक्ष्म सिंचाई, जैविक खेती को बढ़ावा देने और अच्छी कृषि पद्धतियों (GAP) के विस्तार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसके अलावा, यह बेहतर उत्पाद गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक ड्रायर, स्लाइसर, डीहुलर और ग्रेडिंग मशीनों जैसे बेहतर कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे की स्थापना का समर्थन करता है।