नई दिल्ली, 19 जून || दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जेबकतरों और साइबर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने सिटी बस में एक मोबाइल फोन चुराया और देहरादून, हरिद्वार और केदारनाथ की तीर्थयात्रा पर जाने से पहले पीड़ित के आधार विवरण का उपयोग करके फर्जी UPI ID बनाकर 7.2 लाख रुपये से अधिक की रकम उड़ा ली।
यह घटना 24 मई की है, जब शिकायतकर्ता सुखबीर सिंह बस नंबर 835 से घर लौट रहे थे।
उनका फोन जेबकतरों के एक समूह ने चुरा लिया था। चौंकाने वाली बात यह है कि चार दिन बाद उन्हें पता चला कि उनके तीन बैंक खातों से धोखाधड़ी करके 7.2 लाख रुपये निकाल लिए गए थे।
बीएनएस की धारा 303(2) के तहत पीएस नजफगढ़ में ई-एफआईआर दर्ज की गई।
जांच में पता चला कि आरोपियों ने पीड़ित के चोरी हुए मोबाइल में संग्रहीत आधार कार्ड की छवि प्राप्त की और इसका उपयोग जाली यूपीआई आईडी बनाने के लिए किया, जिसे पीड़ित के बैंक खातों से जोड़ा गया।
इसके बाद अपराधियों ने तीन लिंक किए गए खातों और श्याम कुमार नामक एक व्यक्ति के मोबाइल नंबर का उपयोग करके कई लेन-देन किए, जिसने पुलिस को देहरादून में रहने वाले शशांक (26) तक पहुँचाया।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ितों के खातों से धोखाधड़ी से निकाले गए चुराए गए पैसों से देहरादून, हरिद्वार और केदारनाथ की यात्राएँ कीं।